अंशुनिवपन
यन्त्रोपारोपितकोशांशः
सम्पाद्यताम्Vedic Rituals Hindi
सम्पाद्यताम्
पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
अंशुनिवपन न.
(अंशोः निवपनम्) ‘अंशु’ पात्र को भरने के लिए सोमरस को निकालने के लिए सम्पूर्ण मात्रा से कुछ सोम खण्डों को (उस) सवन-फलक (पात्र) पर लेना (जो अधिषवण चर्म से आच्छादित होता है) का.श्रौ.सू. 12.5.9 (अंशूनामधिषवणोपरि निनयनम्, स.वृ.)।