स्तृ
यन्त्रोपारोपितकोशांशः
सम्पाद्यताम्कल्पद्रुमः
सम्पाद्यताम्
पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
स्तृ, न प्रीतिरक्षाप्राणने । इति कविकल्पद्रुमः ॥ (स्वा०-पर०-सक०-अक०-च-अनिट् ।) न, स्तृणोति । इति दुर्गादासः ॥
स्तृ, न ञ स्तृतौ । इति कविकल्पद्रुमः ॥ (स्वा० उभ०-सक०-अनिट् ।) न ञ, स्तृणोति स्तृणुते स्तृतिराच्छादनम् । इति दुर्गादासः ॥
वाचस्पत्यम्
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पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
स्तृ¦ विस्तार स्वा॰ उ॰ सक॰ अनिट्। स्तृणोति स्तृणुतेअस्तार्षीत् अस्तृत अस्तरिष्ट। पर्युदासान्न षोपदेशः।
स्तृ¦ प्रीतौ अक॰ रक्षणे सक॰ स्वा॰ प॰ अनिट्। स्तृणोतिअस्तार्षीत्। पर्युदासेन अषोपदेश एव।
शब्दसागरः
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स्तृ¦ r. 5th cl. (स्तृणीति स्तृणुते)
1. To cover, to clothe, to spread on or over, to strew.
2. To kill. (-स्तृणोति)
1. To love.
2. To protect. With वि prefixed,
1. To spread widely, to extend.
2. To diffuse or prolix.
3. To cover. With उप, To arrange. With परि,
1. To spread.
2. To cover.
3. To arrange.
Apte
सम्पाद्यताम्
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स्तृ [stṛ], I. 5 U. (स्तृणोति, स्तृणुते, स्तृत; pass. स्तर्यते)
To spread, strew, cover, spread on or over; (महीं) तस्तार सरघाव्याप्तैः स क्षौद्रपटलैरिव R.4.63;7.58.
To spread, expand, diffuse.
To scatter, spread about.
To clothe, cover, overspread, envelop.
To kill. -Caus. (स्तारयति-ते) To overspread, cover, strew; रक्तेनाचिक्लद- द्भूमिं सैन्यैश्चातस्तरद्धतैः Bk.15.48. -Desid. (तिस्तीर्षति-ते). -II. 5 P. (स्तृणोति) To please, gratify.
स्तृ [stṛ], m A star.
Monier-Williams
सम्पाद्यताम्
पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
स्तृ (or स्तॄ). cl.5.9. P. A1. ( Dha1tup. xxvii , 6 ; xxxi , 14 ) स्तृणोति, स्तृणुतेor स्तृनाति, स्त्रिणीते(Ved. and ep. also स्तरति, ते; pf. तस्तार, तस्तरे[3. pl. तस्तरुः, तस्तरिरे] Br. etc. ; 3. sg. [with pass. sense] तिस्तिरेRV. ; 3. pl. तस्त्रिरेAV. ; p. A1. तिस्तिराणRV. ; aor. अस्तर्, स्तर्ib. ; अस्तृषि, अस्तृतAitBr. ; अस्तरीत्AV. ; अस्तार्षीत्, अस्तरीष्ट, अस्तीर्ष्टGr. ; Prec. स्तृषीयAV. ; स्तर्यात्or स्तीर्यात्; स्तृषीष्ट, स्तरीषीष्ट, स्तीर्षीष्टGr. ; fut. स्तर्ताGr. ; स्तरिष्यति, ते[Gr. also स्तरीष्] Br. etc. ; inf. स्तर्तुम्or स्तरीतुम्Gr. ; स्तर्तवे, तवै, स्तरीतवैBr. ; स्तरीतवेAV. ; -स्तिरे, -स्तृणीषणिRV. ; ind.p. स्तीर्त्वाor स्तृत्वाBr. ; -स्तीर्यib. ; -स्तृत्यMBh. ) , to spread , spread out or about , strew , scatter ( esp. the sacrificial grass ; in this sense in older language only cl.9 P. A1. ) RV. AV. Br. S3rS. R. ; to spread over , bestrew , cover Ka1tyS3r. MBh. etc. ; ( cl.5. P. A1. )to lay low , overthrow , slay (an enemy) RV. AV. Br. Up. : Pass. स्तीर्यते( ति)or स्त्रियते( Gr. also स्तर्यते; aor. अस्तारि) , to be spread or strewn etc. RV. etc. etc. : Caus. स्तारयति( aor. अतस्तरत्) , to spread , cover Bhat2t2. : Desid. तिस्तीर्षतेor तुस्तूर्षते( Gr. also P. and तिस्तरीषति, ते) , to wish to spread or strew or lay low Br. Up. : Intens. तास्तर्यते, तेस्तीर्यते, तास्तर्तिGr. ([ cf. Gk. ? ; Lat. sternere ; Goth. straujan ; Germ. streuen ; Angl.Sax. streowian ; Eng. strew.])
स्तृ m. (only in pl. nom. स्तृणस्[?] gen. स्तृणाम्[ v.l. स्तॄनाम्] and instr. pl. स्तृभिस्; See. तृnom. pl. तारस्)a star (as the " light-strewer " or [pl.] the " scattered ones ") RV. Jyot.
स्तृ m. a mark or star-like spot (on the forehead of a bull or cow) RV. [ cf. Lat. stella ; Germ. Stern ; Eng. star ; accord. to some for अस्-तृ(2. अस्) ; cf. Gk. ?.]
स्तृ See. स्पृ, p. 1268 , col. 3.
Vedic Index of Names and Subjects
सम्पाद्यताम्
पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
Stṛ (used in the instrumental plural only) denotes the ‘stars’ of heaven.[१]
- ↑ i. 68, 5;
166, 11;
ii. 2, 5;
34, 2;
iv. 7, 3;
vi. 49, 3. 12. In i. 87, 1, it seems to denote a ‘star-like spot’ on the forehead of a cow or bull, but this is uncertain. Cf. Grassmann, Wo7rterbuch, s.v.;
above, 1, 233.