बर्हिस्
यन्त्रोपारोपितकोशांशः
सम्पाद्यताम्वाचस्पत्यम्
सम्पाद्यताम्
पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
बर्हिस्¦ न॰ बर्ह--कर्मणि इसि। कुशे
१ यज्ञिये कुशे
“निहोतासत्सि बर्हिषि” सामार्चिकम्
११
१
“उपमूललूतं बर्हिःपितॄणां पर्बसु लूनं देवासाम्” कौ॰ त॰। प्राचीनबर्हिस्शब्देदृश्यम
२ दीप्तौ
३ अग्नौ च
“बर्हिपि रजतं न देयम्” श्रुतिः।
Apte
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बर्हिस् [barhis], m., n. [बर्ह् कर्मणि इसि]
Kuśa grass; प्राक् कूले बर्हिष्यासीनो गङ्गाकुल उदङ्मुखः Bhāg.12.6.1; नियमविधिजलानां बर्हिषां चोपनेत्री Ku.1.6.
A bed or layer of Kuśa grass.
A sacrifice, oblation; ये बर्हिषो भागभाजं परादुः Bhāg.4.6.5. -m.
Fire.
Light, splendour. -n.
Water.
Sacrifice.
Ether. �-
A kind of perfume.-Comp. -उत्थः, -केशः, -ज्योतिस् m. an epithet of fire.
मुखः (बर्हिर्मुखः) an epithet of fire.
a god (whose mouth is fire). -शुष्मन् m. an epithet of fire.-सद् (बर्हिषद्) a. seated on a layer of Kuśa grass. (-m.)
the manes (pl.); Ms.3.199.
a Pitṛi or deified progenitor.
Monier-Williams
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बर्हिस् n. (rarely m. ) " that which is plucked up " , sacrificial grass , a bed or layer of कुशgrass (usually strewed over the sacrificial ground and esp. over the वेदि, to serve as a sacred surface on which to present the oblations , and as a seat for the gods and for the sacrificers) RV. etc.
बर्हिस् n. Sacrificial Grass personified (and enumerated among the प्रयाजand अनुयाजdeities) RV. Br.
बर्हिस् n. sacrifice RV. BhP.
बर्हिस् n. ether L.
बर्हिस् n. water L.
बर्हिस् n. a kind of perfume L.
बर्हिस् m. fire , light , splendour L.
बर्हिस् m. Plumbago Zeylanica L.
बर्हिस् m. N. of a man MaitrUp.
बर्हिस् m. of a son of बृहद्-राजBhP.
बर्हिस् m. pl. the descendants of बर्हिस्Sam2ska1rak.
Purana Encyclopedia
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BARHIS : A devagandharva clan. These were born to Kaśyapa prajāpati of his wife Pṛthā. (Chapter 65, Ādi Parva, M.B.).
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*2nd word in left half of page 108 (+offset) in original book.
Vedic Index of Names and Subjects
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पृष्ठभागोऽयं यन्त्रेण केनचित् काले काले मार्जयित्वा यथास्रोतः परिवर्तयिष्यते। तेन मा भूदत्र शोधनसम्भ्रमः। सज्जनैः मूलमेव शोध्यताम्। |
Barhis is found repeatedly in the Rigveda[१] and later[२] denoting the litter of grass strewn on the sacrificial ground on which the gods are summoned to seat themselves.
Vedic Rituals Hindi
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बर्हिस् न.
यज्ञीय घास, यज्ञीय भूमि पर बिछाया गया कुश, विशेषरूप से वेदि पर परतों में ताकि यह इस पर स्थित यज्ञिय पात्रों एवं हविषों के लिए पवित्र पृष्ठ के रूप में एवं देवताओं और अनुष्ठान करने वालों के आसन का कार्य करे; घास काटने की विधि, आप.श्रौ.सू. 1.3.1; इन्हें तीन और पाँच लड़ी (त्रिधातु, अथवा पञ्चधातु, 1.4.14) में रस्सी में बाँधने की, आग के चारों ओर फैलाने की, 1.7.5; वेदि पर चार या पाँच कड़ियों (परतों) में पूलों में फैलाने की, 2.9.2. सम्पूर्ण दर्श एवं सोमयाग में विभिन्न अवसरों पर बर्हिष् को फैलाने (बिखेरने) की क्रिया होती है। द्वि.व. में इस शब्द का अर्थ है दो दर्भपत्र (दर्भमयं बर्हिः, आप.श्रौ.सू. 1.3.5) यज्ञीय पशु को धकेलने (हाँकने = उपाकरण) के लिए प्रतीकात्मक रूप से प्रयुक्त, 7.12.5.8. ‘बर्हिस्’ प्रस्तर से भिन्न बतलाया गया है। साधारण रूप से उसे ‘कुश’ के रूप में जाना जाता है, का.श्रौ.सू. 1.3.12; वरुणप्रघास में ‘उत्तरवेदि’ पर (पाँच प्रकार से ‘पञ्चविध’) फैलाया जाता है और दक्षिण वेदि पर त्रिविध (तीन-प्रकार या तीन बार), बौ.श्रौ.सू. 5.6; ‘बर्हिषा पूर्णमासे व्रतम् उपैति’, भा.श्रौ.सू. 4.3.9।
- ↑ i. 63, 7;
108, 4;
iii. 4, 4, etc. - ↑ Taittirīya Saṃhitā, vi. 2, 4, 5;
Vājasaneyi Saṃhitā, ii. 1;
xviii. 1, etc.